PM Vishwakarma Yojna: पीएम विश्वकर्मा योजना भारत के कारीगरों और शिल्पकारों को समर्थन देने के लिए 2023 में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एक योजना है जो अपने हाथों और औजारों से काम करते हैं। इस योजना का उद्देश्य इन श्रमिकों, जिन्हें 'विश्वकर्मा' के नाम से भी जाना जाता है, के पारंपरिक कौशल और प्रथाओं को मजबूत करना और उनके जीवन और आजीविका की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करना है।
पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभ
पीएम विश्वकर्मा योजना रजिस्ट्रेशन और डॉक्यूमेंट्स
पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभ
Benefits of PM Vishwakarma Yojana
क्रेडिट सहायता (Loan): यह योजना 1 लाख रुपये तक का collateral-मुक्त ऋण (free Loan) प्रदान करती है। पात्र लाभार्थियों को 5 वर्ष की अवधि के लिए 4% प्रति वर्ष की ब्याज छूट के साथ ऋणों की गारंटी सूक्ष्म और लघु उद्यमों के लिए क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट (CGTMSE) द्वारा दी जाती है। लाभार्थी 2 लाख रु. तक के ऋण की दूसरी किश्त का लाभ उठा सकते हैं। पहली किश्त का 75% चुकाने और कौशल प्रशिक्षण (skill training) के बाद।
कौशल विकास (Skill Development): यह योजना लाभार्थियों को उनके संबंधित व्यवसायों के साथ-साथ डिजिटल साक्षरता, वित्तीय साक्षरता, उद्यमिता और विपणन में कौशल प्रशिक्षण प्रदान करती है। प्रशिक्षण विभिन्न संस्थानों जैसे राष्ट्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम संस्थान (NI-MSME), खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC), राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (NIFT), राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (NID) द्वारा आयोजित किया जाता है। लाभार्थियों को प्रशिक्षण अवधि के दौरान प्रति माह 3000 रुपये का वजीफा मिलता है।
टूलकिट प्रोत्साहन: यह योजना कौशल प्रशिक्षण पूरा करने के बाद लाभार्थियों को आधुनिक उपकरण और उपकरण प्रदान करती है। टूलकिट का मूल्य 10,000 से लेकर 50,000 रुपये तक है। व्यापार के आधार पर टूलकिट एक पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से प्रतिष्ठित निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं से खरीदे जाते हैं।
मार्केट लिंकेज सपोर्ट (Market Linkage Support): यह योजना GeM पोर्टल, ई-कॉमर्स वेबसाइटों, प्रदर्शनियों, मेलों आदि जैसे विभिन्न प्लेटफार्मों के माध्यम से लाभार्थियों को मार्केट लिंकेज सहायता प्रदान करती है। यह योजना यूपीआई या भीम ऐप के प्रत्येक लेनदेन पर 2% का कैशबैक प्रदान करके डिजिटल लेनदेन को भी प्रोत्साहित करती है।
किसे मिलेगा PM विश्वकर्मा योजना का लाभ
यह योजना लोहार, सुनार, कुम्हार, बढ़ई, मूर्तिकार, कारीगर, राजमिस्त्री आदि जैसे विभिन्न श्रेणियों के व्यवसायों को कवर करती है। लक्षित लाभार्थी वे हैं जो समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) या निम्न आय वर्ग (LIG) से संबंधित हैं। और उनकी वार्षिक पारिवारिक आय 3 लाख रुपये से कम है।
पीएम विश्वकर्मा योजना रजिस्ट्रेशन और डॉक्यूमेंट्स
PM Vishwakarma Yojana Registration and Documents
यह योजना पीएम विश्वकर्मा पोर्टल (PM Vishwakarma Portal) नामक एक वेब-आधारित पोर्टल के माध्यम से कार्यान्वित की जाती है, जहां लाभार्थी खुद को पंजीकृत कर सकते हैं और योजना के तहत लाभ उठा सकते हैं। पोर्टल योजना दिशानिर्देश, पात्रता मानदंड, आवश्यक दस्तावेज, ऋण देने वाले संस्थान, प्रशिक्षण संस्थान, टूलकिट आपूर्तिकर्ता, बाजार लिंकेज प्लेटफॉर्म आदि के बारे में भी जानकारी प्रदान करता है।
मंत्रालय
इस योजना की निगरानी केंद्रीय स्तर पर MSME मंत्रालय के सचिव की अध्यक्षता में एक राष्ट्रीय संचालन समिति और जिला स्तर पर जिला मजिस्ट्रेटों की अध्यक्षता में जिला कार्यान्वयन समितियों द्वारा की जाती है। योजना में एक शिकायत निवारण तंत्र भी है जहां लाभार्थी टोल-फ्री नंबर, ईमेल या पोर्टल के माध्यम से अपनी शिकायतें या प्रश्न दर्ज कर सकते हैं।
पीएम विश्वकर्मा योजना के उद्देश्य
इस योजना से अगले पांच वर्षों में देश भर के लगभग 10 करोड़ कारीगरों और शिल्पकारों को लाभ होने की उम्मीद है। इस योजना का उद्देश्य उन्हें ऋण, कौशल, प्रौद्योगिकी और बाजार समर्थन के साथ सशक्त बनाना और उन्हें भारत के आर्थिक विकास और सामाजिक विकास में योगदान करने में सक्षम बनाना है।
मुझे उम्मीद है कि यह जानकारी आपको पीएम विश्वकर्मा योजना को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेगी। यदि आपके कोई और प्रश्न हैं, तो कृपया बेझिझक मुझसे पूछें।
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